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Hindi News- निर्भया केस : दोषी ने डाली क्यूरेटिव पिटीशन
निर्भया केस में पटियाला हाउस कोर्ट ने डेथ वारंट जारी करने के कुछ ही दिन बाद चारो आरपी में से एक आरोपी विनय कुमार शर्मा ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरिटिव पिटीशन दाखिल की है। आपको बता दे की कोर्ट में ७ जनवरी को चारो आरोपी के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया है , आज तक के क्यूरेटिव पितिओं के निर्णय को देखा जाये तो रेयरेस्ट ऑफ़ रेयर मामले में ही क्यूरेटिव पितिओं में अपना फैसला बदला है। ऐसे में दोषियों की फांसी टालना मुश्किल लग रहा है।
चारो आरोपी यो को २२ तारीख को तिहाड़ की जेल ३ में सुबह ७ बजे फांसी दी जाएँगी इसके लिए यूपी की जेल की और से तिहाड़ में जल्लाद हामी भर है। तिहाड़ जेल ने यूपी से दो जल्लाद मंगवाए है
पिटीशन ख़ारिज होना लगभग तय - क़ानूनी जानकर बाबते है की डेथ वारंट जारी होने के बाद आरोपी चाहे तो याचिका दखल कर सकता है लेकिन लेकिन फांसी को टालना लगभग नामुमकिन होता है।
जाने क्या है क्यूरेटिव पिटीशन - हर व्यक्ति को अपने बचाव का संविधानिक अधिकार है तो कोई भी दोषी याचिका दखल कर सकता है क्यूरेटिव पेटिशन में आरोपी जजमेंट के तकनिकी पहलू की और दयँ दिलाता है सवाल उठता है की जजमेंट में कहा सुधर की जरुरत है लेकिन इसके लिए सीनियर एडवोकेट के सिफारिश की है। सीनियर एडवोकेट के सिफारिश के अ लावा क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल नहीं की जा सकती क्यूरेटिव पिटीशन पर चेम्बर में सुनवाई होती है विरले मामले में क्यूरेटिव पितिओं में सर्वोच्च न्यायलय ने अपना फैसला बदला है। लेकिन इस केस में ऐसा कुछ इसकी उम्मीद काम ही है।
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Nirbhaya case |
चारो आरोपी यो को २२ तारीख को तिहाड़ की जेल ३ में सुबह ७ बजे फांसी दी जाएँगी इसके लिए यूपी की जेल की और से तिहाड़ में जल्लाद हामी भर है। तिहाड़ जेल ने यूपी से दो जल्लाद मंगवाए है
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Nirbhaya case result |
पिटीशन ख़ारिज होना लगभग तय - क़ानूनी जानकर बाबते है की डेथ वारंट जारी होने के बाद आरोपी चाहे तो याचिका दखल कर सकता है लेकिन लेकिन फांसी को टालना लगभग नामुमकिन होता है।
जाने क्या है क्यूरेटिव पिटीशन - हर व्यक्ति को अपने बचाव का संविधानिक अधिकार है तो कोई भी दोषी याचिका दखल कर सकता है क्यूरेटिव पेटिशन में आरोपी जजमेंट के तकनिकी पहलू की और दयँ दिलाता है सवाल उठता है की जजमेंट में कहा सुधर की जरुरत है लेकिन इसके लिए सीनियर एडवोकेट के सिफारिश की है। सीनियर एडवोकेट के सिफारिश के अ लावा क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल नहीं की जा सकती क्यूरेटिव पिटीशन पर चेम्बर में सुनवाई होती है विरले मामले में क्यूरेटिव पितिओं में सर्वोच्च न्यायलय ने अपना फैसला बदला है। लेकिन इस केस में ऐसा कुछ इसकी उम्मीद काम ही है।
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